Monday, July 20, 2009

Wish the world was a stage
someone directed the play,
and I, just a mere actor,
a puppet in someone's hand.
गले में अटका सूखा कौर,
पानी से गुटकना ही पड़ा...
पेट पकड़े भाग रहा हूँ ,
पर ये
कमबख्त कौर,
हर वक्त ग़लत समय, ग़लत जगह
उचककर बाहर आ जाता है।
लोग यह ना समझें मैं बीमार हूँ ,
मुझे दुआ न दें।

Thursday, July 16, 2009

शैतान मरता ज़रूर है ,

पर इश्वर को धैर्य पर गुरूर है।

चहकते हैं लड़के जब महकती हैं लड़कियां,
बहकते हैं लड़के जब दहकती हैं लड़कियां।