Wish the world was a stage someone directed the play, and I, just a mere actor, a puppet in someone's hand.
गले में अटका सूखा कौर, पानी से गुटकना ही पड़ा... पेट पकड़े भाग रहा हूँ , पर ये कमबख्त कौर, हर वक्त ग़लत समय, ग़लत जगह उचककर बाहर आ जाता है। लोग यह ना समझें मैं बीमार हूँ , मुझे दुआ न दें।
Thursday, July 16, 2009
शैतान मरता ज़रूर है ,
पर इश्वर को धैर्य पर गुरूर है।
चहकते हैं लड़के जब महकती हैं लड़कियां, बहकते हैं लड़के जब दहकती हैं लड़कियां।